1965 का भारत-पाकिस्तान युद्ध। पाकिस्तान अपने पैटन टैंकों को लेकर आगे बढ़ रहा था। ये टैंक अपराजेय माने जाते थे।
*वीर अब्दुल हमीद* ने अपनी जीप में लगी रिकॉयलेस गन से 8 पाकिस्तानी टैंकों को ध्वस्त कर दुश्मन देश के खतरनाक मंसूबों को पस्त कर दिया।
वीर अब्दुल हमीद ने अपना बलिदान देकर भारतीय सेना के मनोबल को बढ़ाया और अपना नाम उन रणबांकुरों में दर्ज कराया जो देश के लिए हंसते-हंसते शहीद हो गए।
आज उनकी जयंती पर वीर अब्दुल हमीद जी को सादर नमन।
लेकिन अफ़सोस आज इस विर जवान को अपने हि लीडर भूल गए
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