उलमा की कद्र करे रमज़ान का हदिया ऐसा दें की साल भर चले

उलमा की कद्र करे रमज़ान का हदिया ऐसा दें की साल भर चले 




अल्लाह हम सभी ईमानवालो को उल्माऐदिन कि कद्रदानी नसिब फरमाऐ आज जो इमान वालों पर हालात आरहे हैं इनमें से एक वजेह ये भी है कि हमने साहेबेकलाम उल्माऐदिन कि नाकद्री कि है बहोत कम कमेटियां तराविह सुनाने वालों को इतना एजाज़ व इकराम करती हैं एक गौर व फिक्र कि बात है भाई उलेमा हमारी शान है और इनकी शान में चार चाँद लगाना हमारा काम है हमारी जिम्मेदारी है इज़्ज़त देने से इज्जत बढती है और उल्माऐदिन कि इज़्ज़त करेंगे तो इसका फ़ायदा दुनियाँ और आखिरत मे नसिब होगा आज कि महेगांई मुक्तसर सी तन्ख्वाह और फिर अयब तलाश करने वाले अपने इन सब में कैसा गुजर बसर अल्लाह के वासते दिल खोलकर दिन कि खिदमदगुजार उल्माऐदिन कि मदत व नुसरत करें प्लेसमेंट जाब पैकेज की अपनी चर्चा सातवा वेतन आयोग 80 हजार एक लाख दो लाख पेमेंट दो दो लाख बिजनेस कमिशन और जो हमारे शान है उन को पांच हजार सात हजार में गुजर बसर थोड़ा गौर करो ये लोग ना बैंक से लोन उठाते हैं ना फैनांस इनके बच्चों की तालिम शादियां और बिमारियों मे रुपए पैसा कहाँ से आऐगा एक बडी रख्म (पैसा) हदिया इनहें अगर सालभर में एक बार मिलजाऐ तो बहुत बड़ा काम होगा सभी हजरात फिक्र करें  हम इनके मसायल कि फिक्र करें अल्लाह हमारे मसलों को सब पहले हल करेगा इस महेगांई को ध्यान में रखकर हर एक भाई आखरी दर्जे मे 2000/1500 सोचिए हमारी ये फिक्र बडी़ काम मे आऐगी और फितनो से दुर रहें फितना फैलाने वाले बोलते इनको कैको ईत्ता हम खुद ही के तालुक से सोचें हम कैसे रहेकर अल्लाह हमें क्या कुछ नहि दे रहा तो हम भी इनकि फिक्र करें अपना दिल नरम करे लाकडाऊन के वजहा से दो साल से तराविह नहि हुई अल्लाह ने मौका दिया है पिछले दो साल का हदिया और इस साल का अदा करे इंशाअल्लाह अल्लाह कि खुली मदत ईद तक या उसके फौरन बाद देखने मिलेगी 

मेरी सभी भाईयों से🙏🙏🙏🙏 दोनों हाथों को जोडकर गुजारीश है ये अल्लाह के कलाम को सिनो मे रखकर फिरनेवालो कि कदरदान बनो दिल खोलकर हदिया दो अल्लाह का वासता इन्हें मत सताव साल भर भी कुछ वक्त मे देरी छुटियाँ होती होगी तो नज़र अदांज करो कल हम दुनियाँ से चलेजाऐगे रहि ईमाम साब सब से पहले एलान दुआऐं और गुसुल के लिए कफन दफन के लिए सब से आगे होगें हम परेशान है यहि अल्लाह के यहाँ रो रो कर दूआ करेंगे इसलिए और एक कहुंगा दिल खोलकर हदिया दे मदरसों को भी मसजिद को दे सब कि ईद फिर अपनी ईद 

अल्लाह हाफिज़ लिखने में कुछ कमी कोताही माफ़🙏🙏


मजहर पटेल अलमलेकर
शफानगर औसा
मो ज्यादा नंबर 8180810768

टिप्पणी पोस्ट करा

0 टिप्पण्या