मजबूर होके संग उठाना
पडा मुझे ,
जिंदा हूं मैं जहाँ को बताना
पडा मुझे ,
ठूकरा रहा हूं दौलते दुनीयां
को जबसे मैं ,
मिलता है रास्ते मे खजाना
पडा मुझे ✍️
मुख़्तार कुरेशी, औसा
मजबूर होके संग उठाना
पडा मुझे ,
जिंदा हूं मैं जहाँ को बताना
पडा मुझे ,
ठूकरा रहा हूं दौलते दुनीयां
को जबसे मैं ,
मिलता है रास्ते मे खजाना
पडा मुझे ✍️
मुख़्तार कुरेशी, औसा
*तीन लाख रुपये किमतीची मोटारसायकल चोरणारा ताब्यात - स्थानिक गुन्हे शाखेची कारवाई.* स्थ…
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