गीबत आजकल शक, बदगुमानी बदनामी और बदनामी का दौर चल रहा है, खासकर सोशल मीडिया के सहारे





आजकल शक, बैकबिटिंग, बदनामी और बदनामी का दौर चल रहा है, खासकर सोशल मीडिया के सहारे...!




 ऐसे सज्जनों के बारे में विद्वानों और पूर्वजों के कथाकारों की सबसे अच्छी बातें:



 एक आदमी ने हजरत खालिद बिन वलीद से कहा कि एक आदमी ने उनका अपमान किया है। तो उसने कहा:


 "वह उसके कर्मों की पुस्तक है, उसे अपनी इच्छानुसार भर दो।"



 एक आदमी ने हज़रत वहाब बिन मनबा से कहा:


 किसी ने आपका अपमान किया! उसने जवाब दिया:


 "क्या शैतान को तुम्हारे सिवा कोई नबी नहीं मिला?"



 एक आदमी ने हज़रत अली बिन हुसैन से कहा कि फलाने ने तुम्हें शाप दिया है और तुम्हारी पीठ थपथपाई है। उसने जवाब दिया:


 "अगर वह सही है, तो अल्लाह मुझे माफ़ कर दे। और उसने मेरे बारे में जो कहा है, अगर वह गलत है, तो अल्लाह उसे माफ़ कर दे!"



 एक व्यक्ति ने एक बुजुर्ग से कहा कि किसी ने आपको गाली दी है। तो उसने उत्तर दिया:


 "उसने मुझे एक तीर मारा जो मैंने नहीं मारा। तो तुमने उस तीर को लाकर मेरे सीने में क्यों डाला?"



 जब एक आदमी ने एक अच्छे आदमी की निंदा की, तो उसने कहा:


 "तुमने तीन गुनाह किए। तुमने मेरे और मेरे भाई के बीच दूरी बनाई, मेरे खाली दिल को विचलित किया और मेरे दिल में मेरी स्थिति को बर्बाद कर दिया!"



 एक आदमी ने इमाम शफ़ीई (अल्लाह उस पर रहम करे) से कहा कि फलाना उसे बदनाम कर रहा है। तो आपने उत्तर दिया:


 "यदि तुम सच बोलते हो, तो तुम निन्दक हो, और यदि तुम झूठ बोलते हो, तो तुम अपराधी हो।"


 तो वह आदमी शर्मिंदा हुआ और चला गया।



 (अरबी س

آج کل بدگمانی ، غیبت، تہمت اور بہتان لگانے کا دور دورہ ھے خصوصا سوشل میڈیا کا سہارا لیکر ۔۔!






ایسے حضرات کے بارے میں علماء و محدثین اسلاف کے

 بہترین اقوال:


ایک شخص نے حضرت خالد بن ولید رضی اللہ عنہ سے کہا کہ فلاں آدمی نے آپ کو گالی دی ھے۔ تو انھوں نے فرمایا: 

"وہ اس کا صحیفہ اعمال ھے، جس طرح چاھے اسے بھرے"


ایک شخص نے حضرت وہب بن منبہ سے کہا کہ

 فلاں نے آپ کو گالی دی! تو انھوں نے جواب میں فرمایا: 

"کیا شیطان کو تیرے علاوہ کوئی پیغامبر نہیں مل سکا؟"


ایک آدمی نے حضرت علی بن حسین سے کہا کہ فلاں نے آپ کو برا بھلا کہا اور آپ کی غیبت کی ھے۔ انھوں نے جواب دیا: 

"اس نے جو کچھ کہا، اگر وہ درست ھے تو اللہ مجھے معاف فرمائے. اور میرے بارے میں جو کہا ھے اگر وہ غلط ھے، تو اللہ اس کو معاف فرمائے!"


ایک شخص نے کسی بزرگ سے کہا کہ فلاں نے آپ کو گالی دی ھے۔ تو اس نے جواب دیا: 

"اس نے مجھے تیر مارا جو مجھے نہیں لگا. تو تم نے وہ تیر لا کر کیوں میرے سینے میں گاڑ دیا؟؟"


ایک شخص نے کسی صالح آدمی کے سامنے چغلی کھائی تو انھوں نے فرمایا: 

"تم نے تین جرم کیے. میرے اور میرے بھائی کے درمیان دوری پیدا کی، میرے خالی دل کو مشغول کیا اور میرے دل میں اپنے مرتبے کو خراب کیا!"


ایک شخص نے امام شافعی رحمۃ اللہ علیہ سے کہا کہ فلاں آپ کے بارے میں بد گوئی کر رھا تھا۔ تو آپ نے جواب دیا: 

"اگر تم سچ کہتے ھو تو چغلخور ھو اور اگر جھوٹ بولتے ھو تو فاسق ھو"

 چنانچہ وہ شخص شرمندہ ھو کر چلا گیا۔ 


(عربی س



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