जो पुरी हो नहीं सकती वो
ख्वाहीश नहीं करते ,
जमीं पे रहेके हम तारों की
फरमाइश नहीं करते ,
जो हम चाहे तो घोडे अब भी
दौडा दे समंदर में ,🏇🏽
हमारा मसला ये है के हम
कोशिश नहीं करते ✍️
मुख़्तार कुरेशी, औसा
जो पुरी हो नहीं सकती वो
ख्वाहीश नहीं करते ,
जमीं पे रहेके हम तारों की
फरमाइश नहीं करते ,
जो हम चाहे तो घोडे अब भी
दौडा दे समंदर में ,🏇🏽
हमारा मसला ये है के हम
कोशिश नहीं करते ✍️
मुख़्तार कुरेशी, औसा
पत्रकार म.मुस्लीम कबीर यांना इब्राहिमसाब सरगुरू जीवन गौरव पुरस्कार आणि सय्यद मुजफ्फरअली इनामदार या…
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