भाई म.अय्यूब नलामंदु साहब
अल्लाह सलाम रखे....
कासिद" यकीनन कौम में दीने इस्लाम का , एक बेहतरीन समाज की बुनियाद का पैग़ाम ले कर घर घर पहुंच रहा है भाई म.अय्यूब नलामंदु साहब अल्लाह सलाम रखे...
अल्हम्दु लिल्लाह .. हमारे मार्गदर्शक और ज्येष्ठ पत्रकार मरहूम अल्हाज अब्दुल लतीफ नल्लमांदू साहब को अल्लाह अपनी ज्वारे रहमत में जगह अता फरमाए. आज उन का "कासिद" यकीनन कौम में दीने इस्लाम का , एक बेहतरीन समाज की बुनियाद का पैग़ाम ले कर घर घर पहुंच रहा है. किसी भी मसलक या तबके की नुमयांदागी के बजाए हक बात को आम मुसलमानों तक पहुंचाने की कोशिश में कामयाब नजर आ रहा है. आज ये "कासिद" उन के लायक फरजंद जनाब म.अय्यूब नल्लामांदू साहब की इदारत में निकल रहा है जिस को आप पूरे हिंदी जानने वाले हजरात तक पहुंचाने में मग्न हैं.
दर असल इस दौर में अखबार जारी करना और उसे जारी रखना बड़े दिल गुर्दे का काम है. उस के लिए मजामिन का हासिल करना, कागज, छपाई और पोस्टिंग के अख्राजात का अंदाज़ा लगाया जाए तो कोई भी बिज़नेस माइंड शख्स इस बात को बर्दाश्त नही कर सकता के अखबार जारी रखें. चूंकि इस तरह के समाजी व मजहबी अखबारात को ना कोई साहिबे सरवत इश्तहार देते हैं ना आम आदमी खरीद कर पढ़ता है. इस लिए हमारी कौम के कई अखबार निकले और चंद दिनों बाद बंद हो गए. लेकिन "कासीद" आज भी 49 बरसों से अपनी ताबानी के साथ जारी है.ये भी किसी इश्तेहारों के बगैर .. ये अल्लाह करम और नल्लामांदु परिवार की जुस्तजू का ही नतीजा है.
अब ऐसे वक्त साहिबे सरवत हजरात की ज़िम्मेदारी बनती है कि इस अखबार की सरपरस्ती करें. हर मुमकिन मदद कर के इस अखबार की इशात करें.अपने जानिब से दूर दराज मुक़ामात पर रहने वाले अपने बिरादरी तक,और फिर बिरदराने वतन तक इस्लाम का पैग़ाम पहुंचाने की गरज से इस अखबार का इस्तेमाल करें. और अखबार जारी रखने के लिए हौसला अफजाई करते रहें. ...
आखिर में मैं हमारे अज़ीज़ भाई जनाब म. अयूब नल्लमांदु साहब को " कासीद "के 49 वीं सालगिरह के मौके पर मुबारक बाद पेश करता हूं. और अल्लाह पाक से दुआ करता हूं कि, कासीद इस्लामी तालीमात का कासीद बना दे.. आमीन
आपका
म. मुस्लिम कबीर,
लातूर जिला उर्दू मीडिया प्रमुख
लेबर कॉलोनी , लातूर
9175978903/8208435414
alkabir786@gmail.com
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